MPTET : संविदा शिक्षक भर्ती में पूरे मध्यप्रदेश में हंगामा, नियम ही समझ नहीं आ रहे
भोपाल। संविदा शिक्षक भर्ती की दूसरी प्रक्रिया में अधिकारियों की मनमानी और नियमों के अस्पष्ट होने के कारण पूरे प्रदेश में हंगामे हो रहे हैं। मध्यप्रदेश का शायद ही कोई जिला हो जहां हंगामा ना हुआ हो।
भोपाल के अलावा इन्दौर सहित लगभग सभी जिलों से हंगामे और प्रदर्शनों की खबरें आ रहीं हैं। संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेशों का पालन भी इस भर्ती के दौरान दिखाई नहीं दे रहा है। मध्यप्रदेश के हर जिले में अस्पष्ट भर्ती नियमों के चलते विरोध हो रहा है।
इंदौर में जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र (डाइट) में संविदा शाला शिक्षक भर्ती के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाने आए आवेदकों ने मंगलवार को हंगामा किया। कारण, शिक्षा विभाग सिर्फ बीएड, डीएड योग्यताधारकों का ही वेरिफिकेशन कर रहा था जबकि ज्यादातर आवेदकों के पास ये योग्यताएं नहीं थीं। इससे गुस्साए आवेदकों का कहना था कि जब सिर्फ बीएड, डीएड वालों को ही नौकरी देना थी तो हमारी परीक्षा क्यों ली? मौके पर पहुंची पुलिस ने आवेदकों को समझाकर रवाना किया।
संविदा शिक्षक-एक, दो और तीन की भर्ती के लिए पांच महीने बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का दूसरा चरण मंगलवार से शुरू हुआ। जब नॉन डीएड आवेदकों के वेरिफिकेशन से शिक्षा विभाग की टीम ने इनकार कर दिया तो वे नाराज हो गए। नाराज नॉन डीएड, बीएड आवेदकों ने जिला शिक्षाधिकारी संजय गोयल को कॉल लगाया। उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया आवेदक जनसुनवाई में पहुंच गए और प्रशासनिक संकुल के बाहर जमकर नारेबाजी की।
परेशान कर दिया, हमारे रुपए वापस दो
आवेदक वर्षा पटेरिया का कहना था कि अब दूसरा चरण है तो नॉन डीएड-बीएड आवेदकों का भी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करना चाहिए। हमने अच्छे नंबरों से परीक्षा पास की लेकिन लगातार परेशान हो रहे हैं। इसी तरह आवेदक ज्योति तिवारी ने कहा कि संविदा शिक्षक भर्ती के नाम पर आवेदकों को परेशान किया जा रहा है। सभी आवेदकों ने परीक्षा में जो रुपए भरे थे वह वापस दिए जाना चाहिए।
आवेदकों को समझाया लेकिन नहीं माने
पहले चरण में अप्रैल में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ था। अब दूसरा चरण उन लोगों के लिए है जिन्होंने डीएड-बीएड का फॉर्म भरा था, लेकिन रिजल्ट नहीं आया था। अब रिजल्ट आ चुके हैं इसलिए मंगलवार से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शुरू हुआ। सिर्फ उन्हीं के वेरिफिकेशन हो रहे हैं जो भर्ती परीक्षा पास हैं और डीएड या बीएड किया है। हालांकि ज्यादातर वे लोग वेरिफिकेशन के लिए आए जिन्होंने परीक्षा पास की थी लेकिन डीएड या बीएड नहीं हैं। उन्हें समझाया लेकिन वे नहीं माने।
-संजय गोयल, जिला शिक्षाधिकारी, इन्दौर
डीएड या बीएड हैं तो ही वेरिफिकेशन
-संविदा शिक्षक वर्ग-1 : बीएड अनिवार्य
-संविदा शिक्षक वर्ग-2 : बीएड या डीएड
-संविदा शिक्षक वर्ग-3 : डीएड अनिवार्य
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